मेरी
मां सरस्वती आ जाना, मुझे भूला ज्ञान बता
जाना।
मझधार पडी
मेरी नैया,
मां आके पार
लगाना।
इतनी
शक्ति हमको दे जाना, कोई भूल कर भी भूल न
हो।
छल कपट
से सदा हम दूर रहे, मेरे मार्ग में कोई
शूल न हो॥
हे! ज्ञान
की माता जग तुम्हें चाहता, आके ज्ञान बता जाना।
मझधार............................................................लगाना।
हे! मां
सरस्वती आप हमें, सदमार्ग ओर ले जाएं।
हे! परम
चेतना भाग्यवती, हमें प्रज्ञा शील बता
जाएं॥
हे!
चतुर्भुजी मां सरस्वती, आकर के वीणा बजा
जाना।
मझधार............................................................लगाना।
साहसशील
हृदय में हो, दिल मे प्यार बना रहे।
खुशियों
का फूल खिला रहे।
हे!
हंसवाहिनी ज्ञानदायनी, फिर से घर-घर ज्ञान
रहे॥
हे
अज्ञान “एन.एस. ये, मां आके ज्ञान बता जाना।
मझधार............................................................लगाना।
मुझे
ज्ञान तुम्हारा मिलता रहे, चरणों मे तुम्हारे
ध्यान रहे।
गायन की
देवी सरस्वती मां, मेरे कंठ पे तेरा
गुणगान रहे॥
कईं भूल
हो मेरी मईया, आकर के शब्द बता जाना।
मझधार............................................................लगाना।
मेरी
मां सरस्वती आ जाना, मुझे भूला ज्ञान बता
जाना।
प्रिय एन.एस.अजनबी
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