Thursday, December 5, 2019

देकर मुझे ऐसा गम by Neetesh Shakya Ajanbi

देकर मुझे ऐसा गम, तन्हा रह गये हैं हम।
दिल मेरा तोड चले..............................2
जीने की खाई कसम, साथ देगें हरदम।
मगर मुख मोड चले, दिल मेरा तोड चले..

हमें तुम्हारा प्यार, अब कहां नसीब होगा।
तुम्हारे सिवा दिल के, नहीं कोई करीब होगा॥
ना मुझे दो ऐसा गम, तन्हा..................|
दिल मेरा तोड.....................................

दिल तोड दिया मेरा, रहती हो हस-हसके।
ये दीवाना तेरा, याद करे मरके|| (याद करे बिछुडके)
क्यों छोड़ गये हो तुम, तन्हा रह गये हैं हम 
दिल मेरा तोड.....................................

""लेके हम दुसरों की हसी क्या करें, जो अपनी नहीं वो खुशी क्या करें।
तन्हा जीने से बेहतर है कि मर जाये हम, जब जिंदगी में तुम नहीं 
तो जिंदगी जीकर क्या करें॥""

आएगी याद तेरी, छुछुप के रो लेंगे|
अंखियों के दर्द को हम, चुपके से सह लेंगे||
जब पूछेगा सारा जहां, तेरा यार अब है कहां| 
बताएंगे ना हम| तन्हा रह गए हैं हम|
हो दिल मेरा तोड़ चले॥
जीने की खाई कसम, मगर मुख मोड चले॥   
                                         प्रिय एन.एस.अजनबी
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